Monday, September 29, 2014

बीएड अभ्यर्थियों ने मुक्त विवि के वीसी को सौंपा ज्ञापन


दूरस्थ शिक्षा के अभ्यर्थियों की हो काउंसिलिंग

इलाहाबाद : प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में इन दिनों शिक्षकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग चल रही है। दूसरे चरण की काउंसिलिंग से दूरस्थ शिक्षा से बीएड करने वालों को बाहर कर दिया गया है। अभ्यर्थियों ने शासनादेश का हवाला देकर पहले सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को ज्ञापन सौंपा था और अब राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एनसीटीई के निर्देश के बाद भी उन लोगों को काउंसिलिंग में भाग लेने नहीं दे रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परेशान हैं। अभ्यर्थियों ने कुलपति से कहा कि हमारे भविष्य को देखते हुए शीघ्रातिशीघ्र शासन स्तर पर कार्रवाई करते हुए न्याय दिलवाएं। जिससे तीसरी काउंसिलिंग में उनका प्रवेश हो सके। उनका अंतिम अवसर है और इस बार उन पर विचार न हुआ तो शिक्षक नहीं बन पाएंगे।

केंद्रीयकर्मियों को अब 212 फीसद डीए

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इलाहाबाद : केंद्र सरकार ने उन केंद्रीय कर्मियों और केंद्रीय स्वायत्त संस्थाओं के कर्मचारियों को दशहरा, बकरीद और दीपावली के पहले त्योहारों का तोहफा दिया है जो छठे वेतनमान के लाभ की जगह पांचवें वेतनमान का लाभ ही पा रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में एक जुलाई 2014 से 12 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इस तरह से अब इन कर्मचारियों को 212 प्रतिशत डीए मिलेगा। इस संबंध में केंद्रीय वित्त मंत्रलय ने आदेश जारी कर दिया है। छठें वेतनमान का लाभ पाने वाले केंद्रीयकर्मियों और पेंशनरों के डीए में एक जुलाई 2014 से सात फीसद की वृद्धि पहले ही हुई है। इसका आदेश भी केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जा चुका है। उन्हें 107 प्रतिशत डीए मिल रहा है। लेकिन उन कर्मचारियों और स्वायत्तशासी संस्थाओं के कर्मचारियों के लिए डीए की घोषणा नहीं हुई थी, जो कर्मचारी पांचवें वेतनमान के तहत वेतन और भत्ते पा रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों के डीए में 12 फीसद की वृद्धि का आदेश वित्त मंत्रलय ने जारी कर दिया है। अब कर्मचारियों को 212 प्रतिशत डीए की रकम नकद मिलेगी। पांचवें वेतनमान के तहत वेतन पाने वाले कर्मियों को एक जनवरी 14 से 200 फीसद डीए मिल रहा था। केंद्रीय कर्मचारी संघ समन्वय समिति के अध्यक्ष टीपी मिश्र का कहना है कि इस संबंध में आदेश जारी हो गया है।

गणित-विज्ञान शिक्षकों की होगी एक और काउंसलिंग

  • मेरिट में आने वाले सभी अभ्यर्थी हो सकेंगे शामिल
लखनऊ (ब्यूरो)। उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए एक और काउंसलिंग कराई जाएगी। पांचवीं काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थियों को बुलाने की कोई सीमा नहीं होगी। मेरिट में आने वाले सभी अभ्यर्थी काउंसलिंग में शामिल हो सकेंगे। शासन ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से रिक्त पदों के ब्यौरे के साथ अगले चरण की काउंसलिंग के लिए प्रस्ताव मांगा है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने पहली बार उच्च प्राइमरी स्कूलों में 29,334 गणित व विज्ञान शिक्षक पदों पर सीधी भर्ती के लिए आवेदन मांगा था। शासन स्तर पर गणित-विज्ञान शिक्षक के पदों को भरे जाने के संबंध में अब तक हुई काउंसलिंग पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें बताया गया कि चार चरणों की काउंसलिंग के बाद भी सभी पद अभी नहीं भर पाए हैं। इसलिए एक और काउंसलिंग कराने पर मंथन चल रहा है।
 

72825 बी0एड0 प्रशिक्षु भर्ती की तृतीय काउन्‍सलिंग दीवाली के बाद, 28 अक्‍टूबर के बाद हो सकती है काउन्‍सलिंग -

वर्तमान में 72825 बी0एड0 प्रशिक्षु भर्ती की द्वितीय काउन्‍सलिंग 22 सितम्‍बर से 30 सितम्‍बर तक चल रही है, जो कि 30 सितम्‍बर 2014 को समाप्‍त हो जायेगी, द्वितीय काउन्‍सलिंग में 10 गुना अभ्‍यर्थियों को मौका दिया गया, प्राप्‍त जानकारी के अनुसार अधिक सीटों वाले जनपदों में पदों से ज्‍यादा अभ्‍यर्थी काउन्‍सलिंग करा रहे है, अब तक जानकारी के अनुसार महिला विज्ञान वर्ग को छोड़कर सभी वर्गो में अभ्‍यर्थियों की संख्‍या 60 से 70 प्रतिशत रही है। काउन्‍सलिंग में बड़ रही अभ्‍यर्थियों की संख्‍या को देखते हुए अग्रिम काउन्‍सलिंग की दीवाली के बाद होने की सम्‍भावना बड़ गई है। आप अवगत ही है कि काउन्‍सलिंग के उपरान्‍त 02 अक्‍टूबर से 07 अक्‍टूबर को सरकारी विभागों में अवकाश रहेगा। इस कारण जनपदों का डाटा निदेशक, राज्‍य शैक्षिक अनुसंधान परिषद, लखनऊ को भेजने में विलम्‍ब होगा। सभी जनपदों से चयनित डाटा एन0आई0सी0 द्वारा मर्ज किया जायेगा, चयनित अभ्‍यर्थियों के सूची से नाम मिलान करने के उपरान्‍त नवीन कटआफ जारी किया जायेगा।  द्वितीय काउन्‍सलिंग में लगभग 30000 से अधिक अभ्‍यर्थियो के द्वारा प्रतिभाग किया गया है,  विभागीय जानकारी के अनुसार उक्‍त कार्य में समय विलम्‍ब होना स्‍वाभाविक है। तृतीय काउन्‍सलिंग के अभ्‍यर्थियों के लिए इन्‍तजार लम्‍बा हो जायेगा।

इन्दिरा गॉधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त विश्‍वविद्यालय इग्‍नू एवं राजर्षि टण्‍डन मुक्‍त विश्‍वविद्यालय से प्राप्‍त डिग्रीधारक भर्ती प्रक्रिया में अर्ह, शासनादेश जारी -



प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती - दायर याचिकाओं पर मा0 न्‍यायालय द्वारा दिये गये आदेश के क्रम में -


Sunday, September 28, 2014

छात्रवृति के गलत फॉर्म भेजने पर फंसेंगे अफसर

  • गलत जानकारी मिलने पर शिक्षण संस्थान और छात्र होंगे ब्लैक लिस्टेड
  • नई नियमावली में इन्हें माना गया अपराध
लखनऊ। शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए भरे गए आवेदन पत्र में गलत जानकारी मिलने पर शिक्षण संस्थान व संबंधित विभाग के अफसरों और छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इतना ही नहीं, डीएम उस संस्थान और छात्र को न सिर्फ काली सूची में डालेंगे, बल्कि तत्काल इसकी सूचना शासन को भी देंगे। यह जानकारी जिलास्तरीय अधिकारियों को दो दिन चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी गई।
छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की नई नियमावली में राज्य मुख्यालय स्थित ट्रेजरी से सीधे छात्रों के खाते में रकम भेजने की व्यवस्था की गई है। बैंक खातों में रकम पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) के माध्यम से जाएगी। शनिवार और रविवार को भागीदारी भवन में समाज कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के जिलास्तरीय अधिकारियों को पीएफएमएस सॉफ्टवेयर की जानकारी दी गई। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनईआईसी) की राज्य इकाई के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक आरएच खान ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन में सही जानकारी देने की जिम्मेदारी विद्यार्थियों और शिक्षण संस्थानों की होगी। जिलास्तरीय अधिकारियों को दस्तावेजों या विद्यार्थियों की संख्या में हेराफेरी की संभावना पर नजर रखनी होगी।
पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के निदेशक रामकेवल ने बताया कि नई नियमावली में शुल्क प्रतिपूर्ति आवेदन में किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षण संस्थान, छात्र-छात्राओं और प्रथम दृष्ट्या संलिप्तता मिलने पर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होगी। शिक्षण संस्थान की मान्यता रद्द करने की कार्यवाही भी शुरू होगी।
 

फर्जी अंकपत्र के साथ काउन्‍सलिंग कराने पहुचें दो मुन्‍नाभाई अभ्यर्थी पकड़े गये -

  • टीईटी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की जांच में टीईटी की मार्कशीट फर्जी निकली, मौका देखकर दोनों भागे 
बांसी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) बांसी में रविवार को टीईटी की फर्जी मार्कशीट लेकर काउंसिलिंग कराने आए दो अभ्यर्थियों का जब राज खुला तो वे मौका देखकर फरार हो गए। दोनों देवरिया के रहने वाले हैं।प्रशिक्षु शिक्षकों की काउंसिलिंग डायट पर चल ही रही थी। इस बीच दो अभ्यर्थी काउंसिलिंग के लिए पहुंचे। डायट परिसर में मौजूद टीईटी संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी इनके दस्तावेज को देखने लगे। इस दौरान दोनों अभ्यर्थियों के टीईटी अंकपत्र पर संघर्ष मोर्चा के लोगों को संदेह हुआ। इस पर अंकपत्रों की जांच कराने के लिए फोटोकॉपी कराई गई। इसके बाद जब टीईटी संघर्ष मोर्चा के आनंद कुमार पांडेय, विजय बहादुर राय, रवि शंकर मिश्र दोनों से पूछताछ करने लगे। एक ने सलेमपुर, जिला देवरिया निवासी बताया। उसने अपना टीईटी अनुक्रमांक 10024490 और प्राप्तांक 119 बताया, जबकि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 की सूची को नेट पर खंगाला गया तो वह फेल पाया गया। दूसरा अभ्यर्थी भी देवरिया जिले के भाटपाररानी का था। उसने टीईटी अनुक्रमांक 10005197 और प्राप्तांक 120 बताया। जबकि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 की सूची में इसे 83 अंक प्राप्त हुए थे। दोनों ने खुद को फंसते देखा तो एक ने अपना अंकपत्र क्रास कर दिया और दूसरे ने फाड़ने का प्रयास किया। दोनों के अंकपत्र टीईटी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने अपने पास ले लिया और इन्हें पुलिस के हवाले करने तैयारी करने लगे। इसी बीच मौका देख दोनों वहां से भाग खडे़ हुए। मोर्चा के जिलाध्यक्ष आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि काउंसिलिंग पर हमारे पदाधिकारी पूरी नजर रखे हुए हैं ताकि फर्जीवाड़ा न होने पाए।
इस संबंध में पिछड़ा कला वर्ग पुरुष की काउंसिलिंग कमेटी के सदस्य व खंड शिक्षा अधिकारी मिठवल रामतिलक वर्मा ने बताया कि इस तरह का प्रकरण सुनने में आया है लेकिन काउंसिलिंग कक्ष में कोई भी फर्जी अभ्यर्थी नहीं आया। काउंसिलिंग में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है।
 

शिक्षक भर्ती में बाकी हैं कई सवालों के जवाब

  • अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदनों पर अब भी असमंजस, 

  • एससीईआरटी ने राज्य स्तरीय समस्या निवारण समिति को भेजे प्रत्यावेदन

लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग अभी कई सवालों में उलझा हुआ है। अभ्यर्थियों की ओर से दिए गए प्रत्यावेदनों को लेकर महकमा अब भी उहापोह की स्थिति में है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की अगुआई में गठित राज्य स्तरीय समस्या निवारण समिति को इन प्रत्यावेदनों को भेजकर इन पर विचार कर जल्दी फैसला लेने को कहा है। शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी काउंसिलिंग चालू हो चुकी है। वहीं अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि लखनऊ के राजकीय रचनात्मक प्रशिक्षण महाविद्यालय से एलटी करने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी शिक्षकों की भर्ती के योग्य हैं या नहीं। शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने वालों में कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से 1995 के बाद एक सिटिंग में स्नातक डिग्री हासिल की है। बड़ी संख्या में ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिन्होंने श्रीनगर के कश्मीर विश्वविद्यालय और नई दिल्ली के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा के जरिये दो वर्षीय बीएड किया है। मध्य प्रदेश के भोजमुक्त विश्वविद्यालय भोपाल से बीएड विशेष शिक्षा का दो वर्षीय पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भी काफी है। ऐसे अभ्यर्थियों ने खुद को शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में शामिल करने की मांग की है। तमिलनाडु में सेलम स्थित विनायक मिशन यूनिवर्सिटी से दूरस्थ विधि से बीएससी बायोटेक्नोलॉजी के स्नातक डिग्रीधारकों ने भी एससीईआरटी से अपने अभ्यर्थन पर विचार करने को कहा है। एससीईआरटी अभ्यर्थियों के इन प्रत्यावेदनों को लेकर गफलत में है। एनसीईटीई अधिनियम, 1995 से पहले और 1998 के पूर्व 40/45 प्रतिशत से कम अंकों से स्नातक और बीएड करने वाले अभ्यर्थियों को भर्ती के योग्य माना जाए या नहीं, इसे लेकर भी असमंजस है। सामान्य श्रेणी के कई ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिनके स्नातक में 45 फीसद से ज्यादा अंक हैं और जिन्होंने 2010 में बीएड में प्रवेश पाया था लेकिन उनके बीएड अंकपत्र में 2011 अंकित है। स्नातक में 45 प्रतिशत से कम अंक के बावजूद एनसीटीई अधिनियम के अनुसार परास्नातक के अंकों के आधार पर बीएड किए हुए अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में शामिल करने पर असमंजस है। एससीईआरटी निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने राज्य स्तरीय समस्या निवारण समिति को इन प्रत्यावेदनों पर विचार कर फैसला लेने को कहा है।

72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती - बहुत कठिन है डगर पनघट की -

  • छठे दिन 242 अभ्यर्थियों ने कराई काउंसिलिंग
  • बेवसाइट पर नाम न प्रदर्शित होने से अभ्‍यर्थी परेशान 
  • अधिकांश जनपदों में आ रही यह यह समस्‍या
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 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए चल रही काउंसिलिंग में भी खामियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभ्यर्थियों की मुश्किल है कि उनके नाम वेबसाइट पर दिख नहीं रहा है। फिलहाल, डायट प्रशासन ऐसे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग प्रत्यावेदन लेकर करा रहा है। शनिवार को डायट गोन्‍डा में 242 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग करायी। प्राथमिक विद्यालयों में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए इन दिनों काउंसिलिंग का दौर चल रहा है। कई चरणों में सुधार के बावजूद भी खामियां सामने आ रही है। शनिवार को डायट में काउंसिलिंग के लिए बुलाये गये 4400 अभ्यर्थियों में से 11 अभ्यर्थी ऐसे थे, जिनके नाम वेबसाइट पर दिख ही नहीं रहे थे। ऐसे अभ्यर्थी काफी परेशान थे, वे अपने अभिलेख के साथ ही पूर्व में भरे गए प्रत्यावेदन को लेकर भटक रहे थे। ऐसे अभ्यर्थियों ने जब डायट प्राचार्य मनोहर लाल से मुलाकात की, तो इन अभ्यर्थियों को प्रत्यावेदन देने को कहा गया। प्रत्यावेदन के बाद इन अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई गई। यहां पर कुल 242 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई। रविवार को यहां काउंसिलिंग में कला में अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति पुरुष के 4205 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। यहां काउंसिलिंग के दौरान प्रवक्ताओं को लगाया गया था। रही भीड़- काउंसिलिंग में भले ही 242 ने प्रतिभाग किया हो, लेकिन यहां पर भारी भीड़ रही। हर कोई काउंसिलिंग की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी करने में लगा हुआ था। कई ऐसे अभ्यर्थी भी आये थे, जिनकी काउंसिलिंग इस बार की कट आफ मेरिट में होनी हीं नही थी। वह जानकारी करने आये थे, कहां तक मेरिट जायेगी। इसी प्रकार जनपद एटा एवं कासगंज में भी काफी शिकायतें मिल रही है।
 

Sunday, September 21, 2014

डायट -72825 शिक्षकों की भर्ती का मामला

  • एससीईआरटी निदेशक ने दिया डायट प्राचार्यो को निर्देश
  • ज्यादा अभ्यर्थी पहुंचें तो टुकड़ों में कराएं काउंसिलिंग

लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए सोमवार से शुरू होने वाली दूसरी काउंसिलिंग में यदि किसी दिन अत्यधिक संख्या में अभ्यर्थी उपस्थित होते हैं तो ऐसी स्थिति में दो हिस्सों में काउंसिलिंग करायी जाएगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने इस बारे में सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के प्राचार्यो और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। 1एससीईआरटी निदेशक ने डायट प्राचार्यो से कहा है कि दूसरे चरण की काउंसिलिंग में यदि किसी दिन बहुत ज्यादा तादाद में अभ्यर्थी पहुंचें तो ऐसी स्थिति में जिला चयन समिति उस दिन बुलाए गए अभ्यर्थियों में से लगभग आधी संख्या में उच्च गुणांक वाले अभ्यर्थियों की वरीयता के आधार पर तय तिथि को काउंसिलिंग कराये। उसी श्रेणी के बचे हुए कम गुणांक वाले अभ्यर्थियों को दूसरी काउंसिलिंग के लिए निर्धारित कार्यक्रम के तत्काल बाद आगामी तिथि में काउंसिलिंग कराने के लिए सूचना पट पर सूचना देकर आमंत्रित किया जाए। इसकी सूचना एससीईआरटी कार्यालय को भी दी जाए। यह भी निर्देश दिया गया है कि दूसरे चरण की काउंसिलिंग में उपलब्ध सीटों के सापेक्ष यदि उच्च गुणांक वाले अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग के कारण किसी आरक्षित श्रेणी की सीटें भर जाएं तो इस सूचना को भी प्रदर्शित किया जाए। गौरतलब है कि 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी काउंसिलिंग 22 से 30 सितंबर तक प्रदेश के सभी डायट में होनी है। दूसरी काउंसिलिंग के लिए एससीईआरटी तिथिवार कार्यक्रम जारी कर चुका है।

Swami Vivekanand