Monday, October 27, 2014

नौवीं और बारहवीं के छात्रों पर बोझ कम करने के लिए बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, सूत्रों का सही प्रश्न में प्रयोग करने पर स्टेप मार्किंग के जरिए दिए जाएंगे अंक-

  • सीबीएसई ने दी विद्यार्थियों को बड़ी राहत, विज्ञान-गणित के पर्चे में होंगे जरूरत के सभी सूत्र
  • अब रटने की जरूरत नहीं, पेपर में ही होंगे फार्मूले
इलाहाबाद। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नौवीं से बारहवीं तक के गणित एवं विज्ञान के प्रश्नपत्र के पैटर्न में बदलाव करके छात्रों पर से बोझ कम करने की पहल की है। बोर्ड की ओर से अब गणित एवं विज्ञान के पर्चे में पूछे गए सवाल से जुड़े सूत्रों को भी उस प्रश्नपत्र में ही उल्लेख करने का फैसला किया है। इन सूत्रों का प्रयोग परीक्षार्थी अपनी आवश्यकता अनुसार कर सकेगा। बोर्ड की इस पहल से जहां बच्चे के बौद्घिक स्तर को परखने की कोशिश की जाएगी, वहीं प्रश्नपत्र में उल्लिखित सूत्रों का सही प्रश्न में प्रयोग करने पर परीक्षार्थी को स्टेप मार्किंग के जरिए अंक दिए जाएंगे।
सीबीएसई की ओर से छात्रों की तैयारी परखने के लिए अब सवालों के साथ उसमें प्रयोग में आने वाले फार्मूले को उपलब्ध कराने का फैसला किया है। परीक्षार्थी पूछे गए सवालों के साथ फार्मूले को जोड़कर अपने सवाल यदि हल कर लेता है तो उसे पूरे अंक दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त यदि परीक्षार्थी फार्मूले को लिखने के बाद सवाल के कुछ स्टेप हल कर लेगा तो इसके लिए भी उसे अंक आवंटित किए जाएंगे। सूत्र की पहचान करने के साथ उसे उत्तर पुस्तिका में लिखने पर भी अंक दिए जाएंगे।
सीबीएसई की ओर से इस आशय की जानकारी सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को भेज दी गई है। इस बारे में टैगोर पब्लिक स्कूल के रसायन विज्ञान के शिक्षक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि नए बदलाव से परीक्षार्थियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक लाभ गणित के परीक्षार्थियों को मिलेगा। इसके जरिए छात्रों की योग्यता का भी मूल्यांकन होगा। गंगा गुरुकुलम के गणित के शिक्षक एसएन पांडेय ने बताया कि इस नए प्रयोग से छात्र-छात्राओं को हर स्टेप की तैयारी करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सूत्र याद करके उसको प्रश्न में लिख भर देने मात्र से ही अब अंक मिल जाएगा। बोर्ड की यह पहल छात्रों की तैयारी को निखारने का काम करेगी। परीक्षा के समय विद्यार्थियों पर अतिरिक्त दबाव नहीं होगा। इससे उनके मन से परीक्षा का भय निकालने में भी मदद मिलेगी।

No comments:

Post a Comment