Wednesday, October 22, 2014

बेसिक शिक्षा की गुणवत्ता सुधारेंगे -

अखिलेश ने कहा कि मोहनलालगंज के जिस स्कूल में वह गए थे वहां पर्याप्त संख्या में बच्चे नहीं थे। रजिस्टर में नाम ज्यादा बच्चों के थे और उपस्थिति कम थी। खाना, सफाई आदि की व्यवस्था ठीक नहीं मिली। यह पूछने पर कि बच्चे मुख्यमंत्री का नाम तक नहीं बता सके? अखिलेश ने रायबरेली दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां तो एक बच्चे ने उन्हें राहुल गांधी बता दिया था। यहां नहीं बताया तो ठीक ही रहा। कोई दूसरा नाम बता देता तो क्या होता? कहा स्कूल में दो शिक्षिकाएं थीं। किसी को सस्पेंड कर देता, बीएसए एबीएसए, डीआईओएस की नाकामी बता देता, लेकिन इससे क्या होता? दरअसल बेसिक शिक्षा में सुधार की जरूरत है। टीचर को सस्पेंड करते तो कहानी दूसरी तरफ चली जाती, जैसे नोएडा में हुआ था। जरूरत यह है कि बच्चों को कैसे सिखाया जाए जिससे उनका ज्ञान बढ़ सके। इस पर सरकार ध्यान देगी। कन्नौज के हसेरन ब्लॉक में चलाए जा रहे पायलट प्रोजेक्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां इंटरटेनमेंट, एजूकेशन एंड फू ड की योजना चल रही है। शत प्रतिशत बच्चे आते हैं। आज प्रशिक्षित शिक्षक और अच्छे शिक्षक नहीं है। यह भी समस्या है।

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