Thursday, October 16, 2014

चार माह बाद नहीं पहुंचीं किताबें

  • दौरे पर निकले खंड शिक्षा अधिकारी 

  • शासन ने बीएसए से मांगा स्पष्टीकरण

  • अधिकतर विद्यालयों में अवकाश पर मिले शिक्षक


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संसू अजरुनगंज : परिषदीय विद्यालयों के शैक्षिक सत्र के चार महीने गुजर चुके हैं, लेकिन गुरुजी अभी तक बच्चों को किताबें ही नहीं बांट सके हैं। गुरुवार को दैनिक जागरण में प्रकाशित ‘भविष्य की पीढ़ी खेलते मिली सांप-सीढ़ी’ खबर का संज्ञान को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी दौरे पर निकले तो ऐसी ही तमाम खामियां सामने आईं।1खंड शिक्षा अधिकारी राम नरायन यादव प्राथमिक विद्यालय डिप्टीगंज पहुंचे तो शिक्षकों की घोर लापरवाही सामने आई। हेड सीमा द्विवेदी व एक सहायक अध्यापिका नदारद मिलीं। बीईओ ने बच्चों से किताबों के बाबत जानकारी ली, तो हिंदी की पुस्तक कलरव व गणित की पुस्तक गिनतारा न मिलने की बात सामने आई। कक्षा तीन व चार के छात्रों को बीते साल के पास हुए बच्चों की किताबें देने की बात सामने आई। विद्यालय के शौचालय में ताला लगा था। चारो तरफ गंदगी फैली मिली।प्राथमिक विद्यालय मलाक में मीनू के अनुसार मिड डे मील बनता नहीं मिला। स्कूल में पंजीकृत 42 बच्चो में मात्र 15 ही उपस्थित थे। प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर में 56 बच्चो में 17 बच्चे थे। हेड विनोद गुप्ता बीते दो दिनों से नदारद मिले। 1अलमारी बंद थे रजिस्टर1प्राथमिक विद्यालय डिप्टीगंज में मिड डे मील का रजिस्टर हेड मैडम अलमारी में बंद था और हेड नदारद। यही हाल प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर का भी रहा। हेड विनोद गुप्ता सभी रजिस्टर एक कमरे में बंद कर नदारद रहे। 1छात्र से हिंदी लिखवाते खंड शिक्षा अधिकारीविघालयों में किताबें न पहुंचना गंभीर विषय है। इसकी जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी से लेकर जांच की जाएगी। यह एक गंभीर मामला है।

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