लखनऊ (ब्यूरो)। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद शकुंतला यादव को जल्द ही हटाकर इस पद पर नई तैनाती की जाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद भी शुरू हो गई है। शकुंतला यादव मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा से मिलीं और अपना दुखड़ा रोया। वहीं प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा डॉ. सूर्य प्रताप सिंह का कहना है कि यदि कोई अधिकारी वीआरएस लेना चाहता है तो ले सकता है, बशर्ते उसे इसके लिए निर्धारित फॉर्म को भर कर देना होगा। आरोपों के आधार पर वीआरएस नहीं मांगा जा सकता है।
शकुंतला यादव की तैनाती प्रदेश में सत्ता बदलने के साथ ही हुई। उन्हें तत्कालीन निदेशक बासुदेव यादव का खास माना जाता है। उनके रिटायर होने के बाद से ही वे इस पद से हटना चाहती थीं। विभागीय जानकारों की मानें तो वह मौखिक रूप से कह भी चुकी थीं। उनके कहने के बाद भी नहीं हटाया गया तो उन्होंने माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति व निदेशक अवध नरेश शर्मा को पत्र लिखकर वीआरएस देने का अनुरोध किया। पत्र से मामला गरमा गया। उन्होंने पत्र में दबाव होने संबंधी बातें लिखीं। जबकि शासन इन्कार कर रहा है। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा कहते हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है। परिषद की सचिव के ऊपर कोई दबाव नहीं है।
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